
गलत पोजीशन में सोना आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए पेट के बल सोना, आधा बैठना, आधा लेटना, सिर को ऊपर की ओर झुकाकर सोना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। इससे हड्डियों और मांसपेशियों में चोट लग सकती है। गर्भावस्था के दौरान गलत तरीके से सोने से भ्रूण पर बुरा असर पड़ता है। कम से कम 6-7 घंटे की नींद बहुत जरूरी है। गलत तरीके से सोने से हड्डियों, मांसपेशियों या नसों में चोट लग सकती है। आपने अक्सर देखा होगा कि लोग जितना अधिक सोते हैं, उन्हें उतनी ही अधिक नींद आती है।
रीढ़ की हड्डी पर दबाव , शरीर में दर्द
विशेषज्ञों के मुताबिक, पेट के बल सोना सेहत के लिए हानिकारक होता है। इसे करने से शरीर का दबाव पीठ और रीढ़ की हड्डी पर पड़ता है। इस पोजीशन में सोने से शरीर के मध्य भाग पर सबसे ज्यादा भार पड़ता है। ऐसी स्थिति में रीढ़ की हड्डी अपनी स्थिति नहीं बदल पाती और उस पर दबाव पड़ता है। इससे शरीर के अन्य हिस्सों में भी दर्द की शिकायत होने लगती है। पेट के बल सोना शरीर के हर अंग के लिए अच्छा नहीं है।
दर्द और झुनझुनी की शिकायत
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि पेट के बल सोने से शरीर निष्क्रिय महसूस करता है। शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द और झुनझुनी की समस्या होने लगती है। कभी-कभी ऐसा महसूस होता है जैसे शरीर सुन्न हो रहा है। पेट के बल सोने वालों को अक्सर गर्दन में दर्द होता है। उन्हें मुड़ने की समस्या का भी सामना करना पड़ता है।
गर्भवती महिलाओं को ऐसा करने से बचना चाहिए
अगर कोई महिला गर्भवती है तो उसे पेट के बल सोने से बचना चाहिए। ऐसे में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. क्योंकि अगर कोई महिला गर्भावस्था के दौरान पेट के बल सोती है तो इसका असर बच्चे पर पड़ता है।
पेट के बल सोने के फायदे
पेट के बल सोने के नुकसान तो आपने पढ़ लिए लेकिन अब हम आपको इसके फायदे बताएंगे। जी हां, पेट के बल सोने के जहां कई नुकसान हैं वहीं कुछ फायदे भी हैं। अगर किसी को सोते समय खर्राटे लेने की आदत हो तो इससे कई लोगों की परेशानी बढ़ जाती है। ऐसे में अगर आप पेट के बल सोते हैं तो खर्राटों से छुटकारा मिलता है।