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  • April 14, 2025

हाल ही में मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन और आईसीएमआर द्वारा किए गए क्लिनिकल परीक्षणों में पाया गया है कि चिप्स, कुकीज़, केक, तले हुए खाद्य पदार्थ और मेयोनेज़ जैसी चीजों के सेवन से मधुमेह का खतरा तेजी से बढ़ जाता है।

शोध में कहा गया है कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड के कारण भारत दुनिया की मधुमेह राजधानी बन रहा है। शोध में 38 लोगों को शामिल किया गया और उन पर क्लिनिकल ट्रायल किया गया। यह पाया गया कि चिप्स, कुकीज़, केक, तले हुए खाद्य पदार्थ और मेयोनेज़ जैसे खाद्य पदार्थ उन्नत ग्लाइकेशन अंत उत्पादों (एजीई) से भरपूर हैं। इसका सीधा असर अग्न्याशय पर पड़ता है
भारत बन रहा है डायबिटीज की राजधानी : अध्ययन में 38 मोटे लोगों को शामिल किया गया. जिसमें से मधुमेह से पीड़ित लोगों को एक अलग समूह में रखा गया था.
इसमें एक समूह को 12 सप्ताह तक कम एजीआई वाला आहार दिया गया जबकि दूसरे समूह को उच्च एजीआई वाला आहार दिया गया। इसमें लोगों में ग्लूकोज और लिपिड चयापचय के साथ-साथ ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन पर कम और उच्च एजीई के प्रभावों की जांच की गई।
इन चीजों से बढ़ता है डायबिटीज का खतरा : शोध में शामिल डॉक्टरों ने बताया कि पिछले कुछ सालों में भारत में खान-पान की आदतों में काफी बदलाव आया है। जिसमें कार्बोहाइड्रेट, वसा, नमक, चीनी और पशु उत्पादों की खपत तेजी से बढ़ी है। वहीं व्यायाम की कमी और खराब जीवनशैली भी मधुमेह का कारण बन रही है।
खाने में एजीआई लेवल कैसे कम करें : आप चाहें तो खाने में एजीआई लेवल आसानी से कम कर सकते हैं। इस कारण से, उबालने के बाद भोजन को तलने, पकाने या ग्रिल करने से बचना ज़रूरी है। बहुत अधिक घी या तेल का सेवन करने से बचें। अधिक फल, सब्जियाँ, हरी पत्तेदार सब्जियाँ और साबुत अनाज खायें। सूखे मेवे, भुने हुए मेवे, सूरजमुखी के बीज, तला हुआ चिकन और बेकन जैसी चीज़ें कम खाएं।

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